बकरा ईद की गलतफहमी
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मुसलमान समुदाय के लोग अल्लाह को खुश करने के लिए बकरा ईद मनाते हैं यानी कि उनको यह विश्वास होता है कि बकरे की बलि चढ़ाने से अल्लाह खुश होता है परंतु ऐसा नहीं है उनको सबाब की जगह बुरा फल मिलता है क्योंकि जीव हत्या एक अपराध है इसे नहीं करना चाहिए आज तक कोई भी इसे बंद नहीं कर पाया कुछ धर्मगुरु अपना नाम बड़ा करने के लिए यह बताते हैं कि बकरे की बलि चढ़ाने से सबाब मिलता है लेकिन संत रामपाल जी महाराज की ज्ञान से इंसान सब बुरी आदतों को छोड़ देता है उसे यह पता चल जाता है कि बकरे की बलि देने से कोई सबाब नहीं मिलता है